हमसे ही बने उन 'काँच के सपनों' की बारात आ गई। हमसे ही बने उन 'काँच के सपनों' की बारात आ गई।
उठकर देखा मैंने कहीं दुनिया सच में तो नहीं बदल गई। उठकर देखा मैंने कहीं दुनिया सच में तो नहीं बदल गई।
जब भी मैं, तेरा चेहरा भूलाता हूँ हर बार, खुद ही को भूल जाता हूँ… जब भी मैं, तेरा चेहरा भूलाता हूँ हर बार, खुद ही को भूल जाता हूँ…
हम दोनों हैं दूल्हा दुल्हन हम दोनों हैं पति पत्नी हम दोनों हैं जीवन साथी। हम दोनों हैं दूल्हा दुल्हन हम दोनों हैं पति पत्नी हम दोनों हैं जीवन साथी।
अलग चूल्हा। अलग चूल्हा।